शुभ मुहूर्त में राखी बांधना बहुत जरूरी है और भद्रा काल के दौरान अनुष्ठान करने से बचना चाहिए, जिसे हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार अशुभ माना जाता है ।
पूर्णिमा तिथि आरंभ: 19 अगस्त को सुबह 3:04 बजे । पूर्णिमा तिथि समाप्त: 19 अगस्त को रात 11:55 बजे।रक्षा बंधन भद्रा पूंछ: सुबह 9:51 बजे – 10:53 बजे । रक्षा बंधन भद्रा मुख: सुबह 10:53 बजे – दोपहर 12:37 बजे। रक्षा बंधन भद्रा समाप्ति समय: दोपहर 1:30 बजे।
वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल 19 अगस्त 2024, सोमवार को दोपहर 1 बजकर 31 मिनट तक भद्रा रहेगी जिसका निवास पाताल में है। धर्मशास्त्र अनुसार 19 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 31 मिनट से रात 09 बजकर 07 मिनट तक रक्षाबंधन का शुभ कार्य करना मंगलकारी रहेगा।
रक्षाबंधन का मंत्र है ” येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:” ।
इस मंत्र का अर्थ है कि ‘जो रक्षा धागा परम कृपालु राजा बलि को बांधा गया था, वही पवित्र धागा मैं तुम्हारी कलाई पर बांधता हूं, जो तुम्हें सदा के लिए विपत्तियों से बचाएगा’