2 अक्टूबर 2024 का सूर्य ग्रहण

साल का आखिरी सूर्य ग्रहण बेहद खास होने वाला है। 2 अक्टूबर को वलयाकार सूर्य ग्रहण लग रहा है। जिसे कंकणाकृति सूर्यग्रहण और रिंग ऑफ फायर के नाम से भी जाना जाता है। इसी के साथ ये साल का आखिरी ग्रहण भी होगा।इस दिन पितृ अमावस्या भी मनाई जाएगी। तो वहीं सूर्य ग्रहण के अगले […]

पितृ को श्राद्ध कैसे करें?

श्राद्ध उन पितरों के लिए किया जाता है, जिनकी मृत्यु हिंदू पंचांग के अनुसार जिस तिथि में हो जाती है, उस तिथि को की जाती है. इस दिन पितरों को तर्पण और पिंडदान दिया जाता है. पंडित या पुरोहित की सहायता से श्राद्ध कर्म किए जाते हैं. परिवार के सदस्यों द्वारा पितरों की आत्मा की शांति […]

पितृ दोष निवारण मंत्र

पितृ दोष किसी भी सदस्य की बीमारी का कारण बन सकता है, आपके घर में अचानक से धन हानि हो सकती है और ये आपके जीवन को बाधित कर सकता है।ज्योतिष में पितृ दोष को दूर करने के कई उपाय बताए जाते हैं, लेकिन कुछ मंत्र भी हैं जिनसे आपके घर के सभी दोषों को […]

चंद्र ग्रहण कहां-कहां दिखाई देगा 2024

भारतीय समय के अनुसार इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 18 सितंबर, 2024 को सुबह 06.11 बजे लगेगा और सुबह 10.17 बजे खत्म होगा. चंद्र ग्रहण की अवधि 4 घंटे, 06 मिनट होगी. चंद्र ग्रहण कहां-कहां दिखाई देगा इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, आर्कटिक […]

ऋषि पंचमी की विशेष और व्रत कथा

ऋषि पंचमी का व्रत सुहागन महिलाओं को विशेष रुप से रखना चाहिए। ऋषि पंचमी का व्रत करने से महिलाओं को संसार के सभी सुखों की प्राप्ति होती है। इस दिन महिलाओं को व्रत का पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए भविष्य पुराण में वर्णित ऋषि पंचमी की कथा का पाठ जरुर करना चाहिए। तभी उनका […]

आत्मा और परमात्मा

परमात्मा का अर्थ परम आत्मा से हैं परम का अर्थ होता है सबसे श्रेष्ठ यानी सबसे श्रेष्ठ आत्मा आत्मा का अर्थ होता है हर प्राणी के अंदर विराजमान चेतना के रूप में एक चेतन स्वरूप तो इसका अभिप्राय हुआ कि परमात्मा एक आत्मा है और वह आत्मा सबसे बड़ी है और सबसे शुद्ध और पवित्र […]

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी विशेष

कृष्ण जन्माष्टमी जिसे कृष्णाष्टमी या गोकुलाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है, एक वार्षिक हिंदू त्योहार है जो भगवान विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण के जन्म का उत्सव मनाता है।जन्माष्टमी का उत्सव सोमवार, 26 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा।जन्माष्टमी का मुख्य आकर्षण अभिषेक अनुष्ठान है, जो आधी रात को कृष्ण के जन्म के समय […]

संकट चतुर्थी का क्या महत्व है और उस दिन क्या करें  ?

प्रत्येक महीने के कृष्ण और शुक्ल दोनों पक्षों की चतुर्थी को भगवान गणेश कीपूजा का विधान है। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी जबकि शुक्ल पक्ष की चतुर्थीश्री गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का अर्थ होता है- संकटों को हरने वाली। भगवान गणेश बुद्धि, समृद्धि […]

रक्षाबंधन का मुहूर्त और मंत्र

शुभ मुहूर्त में राखी बांधना बहुत जरूरी है और भद्रा काल के दौरान अनुष्ठान करने से बचना चाहिए, जिसे हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार अशुभ माना जाता है ।पूर्णिमा तिथि आरंभ: 19 अगस्त को सुबह 3:04 बजे । पूर्णिमा तिथि समाप्त: 19 अगस्त को रात 11:55 बजे।रक्षा बंधन भद्रा पूंछ: सुबह 9:51 बजे – 10:53 […]

वरलक्ष्मी व्रत करने से क्या फायदा होता है?

एक पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शंकर ने माता पार्वती को इस व्रत का महत्व बताते हुए बोला, मगध देश में कुंडी नाम का एक नगर था। वहां एक आदर्श स्त्री चारुमती रहती थी, जो अपने परिवार की देखभाल कर अपना जीवन व्यतीत कर रही थी। चारुमती माता लक्ष्मी की बहुत बड़ी भक्त थी। एक […]